धानापुर। विकास मंच के संयोजक गोविंद उपाध्याय ने कहा कि परिषदीय स्कूलों में फैली अराजकता और बीईओ अवधेश नारायण सिंह के द्वारा किये जा रहे भ्रष्टाचार की जांच हो। अन्यथा दीवाली बाद डीवीएम जन आंदोलन करेगा। उन्होंने शिक्षा विभाग के उच्चाधिकारियों का ध्यान आकृष्ट कराते हुए कहा कि यह कितना हास्यास्पद है कि प्राथमिक विद्यालय बेवदा में हेडमास्टर अखिलेश सिंह भट्ठा चला रहे हैं और वर्षों से उनकेस्थान पर रनपुर गांव निवासी गंगा सिंह बच्चों को पढ़ा रहे हैं।

वहीं अमर शहीद हीरा सिंह उच्चतर माध्यमिक विद्यालय हिंगुतरगढ़ में प्रधानाध्यापक और शिक्षक की नियुक्ति नहीं हैं। और यहां दोपरिचारक अभिलेख में सैकड़ों बच्चों के नाम दर्ज कर उनके नाम पर, ड्रेस, जुता मोजा, बैग सहित एमडीएम तक डकार रहे हैं। उन्होंने कहा कि बीईओ के जानकारी में पूर्व माध्यमिक विद्यालय नगवां में एक पखवाड़े से दो शिक्षक गायब रहे। और बीईओ ने उनके विरुद्ध कोई कार्रवाई नहीं किया।
अलबत्ता रजिस्टर पर उनके दस्तखत बनवाकर उनकी तनख्वाह भी निकाल दिया है। वहीं धानापुर बीईओ के संरक्षण में बिना मान्यता के दर्जनों फर्जी स्कूल चल रहे हैं।जिनमे सम ब्रांड मॉडर्न स्कूल, आर आर इंटरनेशनल स्कूल बभनियांव, एसआर पब्लिक स्कूल सीतापोखरी, राम स्वरूप शिक्षा निकेतन रामपुर दीयां, एसवी मॉडर्नस्कूल धानापुर, आदर्श पब्लिक स्कूल सीतापोखरी धरांव आदि के नाम शामिल हैं।
उन्होंने कहा कि प्राथमिक विद्यालय विरना, पूर्व माध्यमिक विद्यालय नेकनामपुर और पूर्व माध्यमिक विद्यालय बभनियांव में अक्सर शिक्षकों की लेट लतीफी के चलते पठन पाठन बदहाल है। किंतु बीईओ इसकी जांच करने के बजाय मौन हैं। एक शिक्षक ने बताया है कि शिक्षा विभाग में धानापुर क्षेत्र में कई शिक्षक फर्जी डिग्री धारक हैं।उनकी जांच और सत्यापन कराने के बजाय विभाग इसपर पर्दा डाल रहा है। यह बेहद अफशोस जनक और दुर्भाग्यपूर्ण है। श्री उपाध्याय ने बीइओ की भूमिका पर सवाल उठाते हुए बीएसए और डीएम का इस ओर ध्यान आकृष्ट कराया है। उन्होंने चेतावनी दिया है कि यदि उच्चाधिकारियों ने इस मामले में लीपा पोती करने की कोशिश किया तो डीवीएम निर्णायक संघर्ष करने को बाध्य होगा।
वायरल आडियो की जांच कर सच्चाई सामने लाएं
चंदौली। धानापुर विकास खंड अंतर्गत पूर्व माध्यमिक विद्यालय तोरवा में कार्यरत शारीरिक शिक्षा अनुदेशक ज्ञान प्रकाश सिंह ने दावा किया है कि ब्लॉक में कार्यरत कई शिक्षक ऐसे हैं जिनकी शैक्षणिक अभिलेख फर्जी हैं। इसका ऑडियो वायरल होने के बाद भी बीईओ इस मामले में लीपापोती करने में जुटे हैं। जबकि वायरल आडियो की जांच कर सच्चाई को सामने लाया जाना जरूरी है।
मीडिया पर अंकुश लोकतंत्र के लिए ठीक नहीं
चंदौली। धानापुर विकास मंच के संयोजक गोविंद उपाध्याय ने कहा है कि जब शिक्षण संस्थाओं में जाने और कवरेज करने से पत्रकारों को रोका जाने लगे तो समझ लेना चाहिए कि स्कूलों में कुछ न कुछ गलत हो रहा है। जिसे मीडिया से छिपाया जा रहा है। इसलिए मीडिया पर अंकुश लगाया जाना लोकतंत्र के लिए ठीक नहीं है।