चंदौली। धानापुर विकास मंच (डीवीएम) की अति महत्वपूर्ण बैठक रविवार को दोपहर 2 बजे से संयोजक गोविंद उपाध्याय के बुद्धपुर स्थित निवास पर हुई। जिसमें भ्रष्टाचार में आकंठ डूबे खंड शिक्षा अधिकारी (बीईओ) के निलंबन एवं उनके क्रिया कलापों की उच्चस्तरीय जांच कराने की मांग की गई। कार्यकर्ताओं ने धानापुर ब्लॉक से जुड़े शिक्षा विभाग में व्याप्त भ्रष्टाचार के विरुद्ध जन आंदोलन शरू करने की आर-पार की रणनीति बनाई।धानापुर विकास मंच के संयोजक गोविंद उपाध्याय ने कहा कि परिषदीय स्कूलों में फैली अराजकता और बीईओ अवधेश नारायण सिंह के द्वारा किये जा रहे भ्रष्टाचार की जांच शुरू करने से पहले उनका निलंबन किया जाना जरूरी है।

ताकि जांच पूरी तरह से निष्पक्ष हो। उन्होंने शिक्षा विभाग के उच्चाधिकारियों का इस ओर ध्यान आकृष्ट कराते हुए कहा कि यह कितना हास्यास्पद है कि प्राथमिकविद्यालय बेवदा में हेडमास्टर अखिलेश सिंह खुलेआम ईंट भट्ठा चला रहे हैं और 6 वर्षों से उनके स्थान पर रनपुर गांव के गंगा सिंह बच्चों को पढ़ा रहे हैं। वहीं पर अमर शहीद होरा सिंह उच्चतर माध्यमिक विद्यालय हिंगुतरगढ़ में वर्षों पहले प्रधानाध्यापक व शिक्षक सेवानिवृत्त हो गए हैं। यहां पर मात्र दो परिचारक भर रह गए हैं।फिर भी इस विद्यालय के अभिलेख में सैकड़ों बच्चों के नाम दर्ज कर उनके नाम पर, ड्रेस, जुता मोजा, बैग सहित खुलेआम एमडीएम डकारा जा रहा है। उन्होंने कहा कि ऐसी जानकारी मिल रही है कि बिंद पुरवा स्कूल में तैनात शिक्षक जय प्रकाश यादव को जेल में रहने की अवधि का वेतन भी बीईओ ने भुगतान कर दिया है जो जांच का विषय है।
श्री उपाध्याय ने धानापुर बीईओ को भ्रष्टाचार का संरक्षक बताते हुए कहा कि उनके खुद के देख रेख में बिना मान्यता के दर्जनों फर्जी स्कूल चल रहे हैं।जिनमे सम ब्रांड मॉडर्न स्कूल, आर आर इंटरनेशनल स्कूल बभनियांव, एसआर पब्लिक स्कूल सीतापोखरी, राम स्वरूप शिक्षा निकेतन रामपुर दीयां, एसवी मॉडर्न स्कूल धानापुर, आदर्श पब्लिक स्कूल सीतापोखरी धरांव आदि अन्य के नाम शामिल हैं। उन्होंने कहा कि प्राथमिक विद्यालय विरना में प्रधनाध्यापक कमलेश यादव जर्जर भवन में ऑफिस चलाहै। जबकि यही बीईओ का एक शागिर्द शिक्षक पूर्व जी ऑफिस को अपना आरामगाह बना लिया है। पूर्व माध्यमिक विद्यालय नेकनामपुर और पूर्व माध्यमिक विद्यालय बभनियांव में अक्सर शिक्षकों की लेट लतीफी के चलते पठन पाठन बदहाल है। किंतु बीईओ इसकी जांच करने के बजाय मौन हैं। और अखबारों में छपी खबरों को फर्जी एवं झूठी बताने में अपनी सारी ऊर्जा को नष्ट कर रहे हैं।
पूर्व माध्यमिक विद्यालय तोरवा में तैनात अनुदेशक शिक्षक ज्ञान प्रकाश सिंह ने आडियो जारी कर यह बताया है कि शिक्षा विभाग में ही धानापुर क्षेत्र में कई शिक्षक ऐसे हैं जिनकी डिग्री फर्जी है। उनकी जांच और सत्यापन कराने के बजाय शिक्षा विभाग इसपर पर्दा डालने में जुटाहुआ है। यह बेहद अफशोसजनक और दुर्भाग्यपूर्ण है। श्री उपाध्याय नेधानापुर बीइओ अवधेश नारायण सिंह की भूमिका पर सवाल उठाते हुए बीएसए, एडी बेसिक डीएम, सांसद और विधायक का इस ओर ध्यान आकृष्ट कराया है। इसके साथ ही उन्होंने यह चेतावनी भी दिया है। कि यदि शिक्षा विभाग के उच्च अधिकारियों ने इस मामले में लीपा पोती करना बन्द नहीं किया तो डीवीएम ने अब निर्णायक संघर्ष की रणनीति बना लिया है।
वायरल आडियो की सच्चाई कब आएगी सामने
चंदौली। क्षेत्र के पूर्व माध्यमिक विद्यालय तोरवा में कार्यरत शारीरिक शिक्षा अनुदेशक ज्ञान प्रकाश सिंह ज्ञानू ने दावा किया है कि धानापुर ब्लॉक में कार्यरत कई ऐसे शिक्षक कार्यरत हैं जिनके शैक्षणिक अभिलेख पूर्णतया फर्जी हैं। इसका ऑडियो वायरल होने के बाद बीईओ अबधेश नारायण सिंह इस मामले में लीपापोती करने में जुट गए हैं। जबकि वायरल आडियो की जांच कर सच्चाई को सामने लाया जाना जरूरी है। डीवीएम शिक्षा विभाग के उच्चधिकारियों से यह मांग करता है कि वे वायरल आडियो की सच्चाई को जल्द सामने लाएं।