*सम्मानित शिक्षक भाइयों/ बहनों!* *(चाहकर भी मै अपनी पोस्ट छोटी नही कर पाता पर आप इसको पूरा अवश्य पढें,जिससे हम सभी आसन्न संकट से बच सकें)*
हममे से किसी को यह पता नहीं था कि माघी अमावस्या मे इतनी भीड होगी और रोड जाम होगी, पूरे प्रदेश मे किसी भी जनपद की अवकाश सूची मे तीन स्थानीय अवकाश (माघी अमावस्या, बसंत पंचमी और भदई अमावस्या ) शामिल नहीं हैं, फिर भी उस समय (जब इतनी भीड की सम्भावना नहीं थी) संगठन के अनुरोध को सम्मानित जिला बेसिक शिक्षाधिकारी महोदय ने स्वीकार करते हुये उक्त तीन स्थानीय अवकाश को सूची मे शामिल किया तब आप सभी ने प्रसन्नता व्यक्त किया था किंतु आज जब 4 फरवरी तक केवल बच्चों का अवकाश स्वीकृत किया गया, शिक्षकों को विद्यालय जाकर विभागीय कार्य करने को निर्देशित किया गया तो उसका भी कोई विशेष कारण होगा ।

जो शिक्षक साथी जनपद से बाहर हैं उनको अत्यधिक समस्या होगी इस बात का अह्सास सम्मानित जिला बेसिक शिक्षाधिकारी महोदय को है किंतु पदीय दायित्व और शासन के निर्देश का पालन कराना भी उनकी जिम्मेदारी है। जिला बेसिक शिक्षाधिकारी महोदय और खण्ड शिक्षाधिकारी महोदय द्वारा महीनों से आप सभी को डी बी टी कार्य पूर्ण करने और शत प्रतिशत अपार आई डी का कार्य पूर्ण करने के निर्देश बार-बार दिये जाने के बावजूद जनपद चित्रकूट अपने मंडल मे तीसरे स्थान पर है , महोबा और हमीरपुर की स्थिति चित्रकूट जनपद से बहुत अच्छी है ,अपार आई डी मे चित्रकूट की स्थिति खराब होने के कारण आज महानिदेशक महोदया की वीडियो कान्फ्रेंसिंग मे जिला बेसिक शिक्षाधिकारी महोदय को प्रतिकूल स्थिति का सामना करना पडा है, महानिदेशक महोदया द्वारा 04 फरवरी तक शत प्रतिशत अपार आई डी पूर्ण करने की डेड लाइन रखी गयी है, इसलिए आपकी समस्याओं को समझते हुए भी सम्मानित जिला बेसिक शिक्षाधिकारी महोदय को शिक्षकों को विद्यालय मे रहकर विभागीय कार्य करने का आदेश मजबूरी मे जारी करना पडा, यदि डी बी टी और अपार आई डी का कार्य पहले ही पूर्ण हो गया होता तो जिला बेसिक शिक्षाधिकारी महोदय को यह कहने को रहता कि हमारे शिक्षकों ने विभागीय कार्य पूर्ण कर लिया है इसलिए बच्चों के साथ- साथ उनका भी अवकाश रहेगा।
जिला बेसिक शिक्षाधिकारी महोदय जो भी आदेश जारी करते हैं या तो शासन के निर्देश पर करते हैं या फिर सम्मानित जिलाधिकारी महोदय के निर्देश पर करते हैं , इसके पहले 70% से कम छात्र उपस्थिति पर 700 से अधिक शिक्षकों का दिसम्बर माह का वेतन अवरुद्ध करने का आदेश हुआ था किंतु दिसम्बर मे ही जिन शिक्षकों ने छात्र उपस्थिति 70% से अधिक कर ली थी ऐसे सभी शिक्षकों का अवरुद्ध वेतन बहाल कर दिया गया था, शेष 25 विद्यालयों का भी फरवरी के प्रथम सप्ताह मे बहाल हो जायेगा , इसलिए आप सबको यह समझना होगा कि जो भी कार्यवाई हो रही है वह पूर्व अधिकारियों की तरह शोषण और भ्रष्टाचार की मंशा से न होकर शासन और जिलाधिकारी महोदय द्वारा निर्देशित विभागीय कार्य पूर्ण कराने के उद्देश्य से हो रही हैं।
इसलिए मेरा आप सभी से अनुरोध है कि महानिदेशक महोदया द्वारा प्रदत्त डेड लाइन 04 फरवरी तक जिन बच्चों के आधार बन गये हैं ऐसे शत प्रतिशत बच्चों की अपार आई डी का कार्य पूर्ण कर लें, क्योंकि जनवरी का वेतन 4 फरवरी के बाद ही भुगतान होगा।
*सम्मानित जिला बेसिक शिक्षाधिकारी महोदय से अनुरोध है कि अपार आई डी बनने मे आ रही निम्न समस्याओं का निस्तारण वरीयता मे करवाने का कष्ट करें, जिससे शत प्रतिशत बच्चों की अपार आई डी ससमय बन सके👇*
1- बच्चों के आधार और विद्यालय अभिलेख मे यदि एक अक्षर का भी अंतर है तो अपार आई डी नही बन सकती, इस कमी के सुधार के लिए शिक्षकों ने SO3 फार्म भरकर बी आर सी मे जमा कर दिया है, जमा फार्म के आधार पर अतिशीघ्र संशोधन करवाने का कष्ट करें।
2- बिना जन्म प्रमाणपत्र के आधार नही बन सकता, बच्चों के जन्म प्रमाणपत्र के लिए शिक्षकों ने स्वयं शपथ-पत्र बनवाकर बी आर सी मे जमा कर दिया है, सभी जमा शपथ-पत्र के आधार पर अविलंब जन्म प्रमाणपत्र बनवाने हेतु आवश्यक निर्देश देने का कष्ट करें।
3- प्रत्येक ब्लाक मे कम से कम दो-दो आधार मशीन के संचालन हेतु आवश्यक कार्रवाई करने का कष्ट करें।
शिक्षक साथियों से अंतिम अपील है कि जो काम आपको करना ही है वह काम यदि ससमय हो जाये तो प्रदेश मे जनपद की स्थिति तो अच्छी होगी ही साथ ही आपको भी वेतन अवरुद्ध जैसी कार्यवाई का सामना न करना पडेगा और यदि कोई कार्रवाई न होगी तो संगठन को भी आराम का अवसर मिलेगा , यदि सामूहिक कार्रवाई होती है तो उसके अतिशीघ्र निस्तारण के लिए संगठन को अत्यधिक परेशानी होती है और जब तक कार्यवाई बहाल नही होती तब तक आप तो अपने घरों मे रहते हैं पर हमें लगातार परेशान होना पडता है, इसलिए मेरा अनुरोध है किसी भी प्रकार से डी बी टी और अपार आई डी का कार्य 4 फरवरी के पहले तक पूर्ण कर लें। – अखिलेश पाण्डेय